आज की इस पोस्ट में हम बात करेंगे ENERGY OUTLOOK REPORT 2021 तथा उसके भारत के लिए मायने। भारत की अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने ENERGY OUTLOOK REPORT 2021 जारी की है। एजेंसी के अनुसार भारत वर्ष 2030 तक यूरोपीय देशो को पीछे छोड़कर दुनिया का तीसरा ऊर्जा उपभोक्ता बन जायेगा। इसका मुख्य कारण भारत मं होने वाले INDUSTRIALIZATION को माना जा रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी क्या है:-
इस एजेंसी की शुरुआत वर्ष 1973-1974 के ऊर्जा संकट के समय हुई थी। उस समय किसी एक संस्था की आवश्यकता थी जो तेल उत्पादक देशो के तेल कीमतों को बढ़ाने पर पाबन्दी लगा सके।
इसका मुख्यालय पेरिस, फ्रांस में है।
ENERGY OUTLOOK REPORT 2021 मुख्य बिन्दु:-
इस समय भारत ऊर्जा उपभोग में चौथे स्थान पर है। इसका सबसे बड़ा कारण देश की जनसंख्या है जो की किसी भी अन्य देश की जनसंख्या जो की हमसे आगे है, से चार गुना है। देश में घर-घर बिजली पहुँचाने के जो सराहनीय कार्य किये गये है उनके कारण भी ऊर्जा की खपत में बढ़ोतरी हुई है।
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इस रिपोर्ट के अनुसार भारत में ऊर्जा की खपत बढ़ने के साथ ही ऊर्जा के आयात में भी बढ़ोतरी होगी। लेकिन चूकी भारत किसी एक ऊर्जा स्त्रोत पर निर्भर नहीं है इसलिये हमारे आयात का नंबर भी कम होगा। भारत के RENEWABLE एनर्जी पर किये गए फोकस की वजह से भी यह आयत कम होगी। RENEWABLE ऊर्जा के कारण भारत ऊर्जा खपत में तो आगे बढ़ेगा लेकिन आयात में इजाफा उस अनुपात में नहीं होगा। वैकल्पिक ऊर्जा की तरफ़ बढ़ाये गये हमारे सही कदमो की भी इसमें बड़ी भूमिका है।
इस उपलब्धि की और भारत के कदम:-
भारत के द्धारा ऊर्जा के वैकल्पिक साधनो की तरफ ज्यादा विचार किया जा रहा है। सरकार आत्मनिर्भरता की तरफ और घरेलू उत्पादन की तरफ सर्कार ने कदम बढ़ाये है।
आज की स्थिति को देखते सरकार के द्धारा उठाये जाने वाले कदमो का परिणाम हमें 2030 तक जरूर देखने को मिलेगा। सरकार के काम का ही नतीजा है कि भारत आज के समय में RENEWABLE एनर्जी का हब बन चुका है।
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