Hibox Scam Uncovered: The Ripple Effects on Indian Investors and Society

Hibox Scam

हाइबॉक्स स्कैम की शुरुआत और रणनीति

  1. बड़ा रिटर्न का झूठा वादा: सबसे पहले हाइबॉक्स ने लोगों को यह भरोसा दिलाया कि उनका पैसा फॉरेक्स, शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड जैसी सुरक्षित जगहों पर निवेश किया जा रहा है और उन्हें हर दिन, सप्ताह या महीने में भारी रिटर्न मिलेगा। हाइबॉक्स ने निवेशकों को रिटर्न का आकर्षक ग्राफ दिखाकर यह विश्वास दिलाया कि उनका पैसा बढ़ रहा है।
  2. आकर्षक शुरुआती रिटर्न: पोंजी स्कीम्स की तरह ही, हाइबॉक्स ने शुरुआती निवेशकों को भुगतान करके उनका विश्वास जीता। कई लोगों ने पहले कुछ समय में निवेश पर रिटर्न प्राप्त किया, जिससे उन्हें लगा कि यह प्लेटफॉर्म वास्तविक है। इस शुरुआती रिटर्न से लोग अधिक निवेश करने लगे, और उन्होंने अपने मित्रों और परिवार को भी इस स्कीम में निवेश करने के लिए प्रेरित किया।
  3. पारिवारिक और मित्रों के जरिये प्रचार: स्कैम के मास्टरमाइंड्स ने ‘रैफरल’ के नाम पर लोगों को अपने परिचितों को जोड़ने पर अतिरिक्त लाभ देने का लालच दिया। लोगों ने बिना किसी गहरी जांच-पड़ताल के अपने सर्कल में इसका प्रचार किया। इस तरह यह स्कैम और तेजी से फैला और निवेशकों की संख्या और उनकी रकम बढ़ती चली गई।
  4. सोशल मीडिया का प्रभावी इस्तेमाल: हाइबॉक्स ने अपने झूठे दावे और हाई-प्रोफाइल मार्केटिंग अभियानों के जरिये सोशल मीडिया पर खूब प्रचार किया। उन्होंने कई फेक प्रोफाइल्स और प्रमोटर्स के जरिये लगातार निवेशकों को लुभाने का प्रयास किया। फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर झूठे वीडियो और मैसेज से हाइबॉक्स ने विश्वास पैदा किया कि यह एक लाभदायक प्लेटफॉर्म है।
  5. प्लेटफॉर्म का गायब होना: जब हाइबॉक्स को लगा कि अब उनके पास पर्याप्त रकम इकट्ठा हो गई है, उन्होंने अचानक से अपना मोबाइल एप्लिकेशन और वेबसाइट बंद कर दी। इससे सभी निवेशकों का पैसा वहीं फंस गया, और उनके पास कोई तरीका नहीं था कि वे अपने पैसे वापस पा सकें।
Hibox Scam
  1. आर्थिक संकट: इस स्कैम में कई लोगों ने अपनी जीवनभर की कमाई खो दी। उनकी वित्तीय स्थिति गंभीर रूप से प्रभावित हुई, और कई परिवार अपनी ज़रूरतों को पूरा करने में भी असमर्थ हो गए।
  2. मानसिक और भावनात्मक नुकसान: अपने पैसे खोने से लोग मानसिक और भावनात्मक रूप से काफी प्रभावित हुए। उनकी जीवनशैली और मानसिक स्थिति में बड़ा बदलाव आ गया। कई लोगों ने मानसिक तनाव और अवसाद का सामना किया।
  3. नए निवेशकों का विश्वास हिलना: हाइबॉक्स स्कैम जैसे मामले नए निवेशकों का भरोसा तोड़ते हैं। इससे लोग फिनटेक और ऑनलाइन निवेश प्लेटफॉर्म्स पर संदेह करने लगते हैं, जिससे पूरे फिनटेक इकोसिस्टम पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
  1. वास्तविकता की जांच करें: हमेशा जांच-पड़ताल करें कि जिस प्लेटफॉर्म में निवेश कर रहे हैं, वह कितना विश्वसनीय है। यह देखना चाहिए कि वह किसी सरकारी प्राधिकरण द्वारा मान्यता प्राप्त है या नहीं।
  2. रिटर्न के बारे में सावधान रहें: अगर किसी प्लेटफॉर्म द्वारा अत्यधिक रिटर्न का वादा किया जा रहा है, तो यह अलर्ट का संकेत है। आमतौर पर, वास्तविक निवेश में उच्च रिटर्न की संभावना कम होती है।
  3. सरकारी प्राधिकरण से लाइसेंस चेक करें: SEBI, RBI, या अन्य सरकारी संस्थाओं से लाइसेंस प्राप्त निवेश प्लेटफॉर्म्स में ही निवेश करें। ऐसे प्लेटफॉर्म्स में नियामकीय सुरक्षा होती है, जिससे धोखाधड़ी की संभावना कम होती है।
  4. सोशल मीडिया और प्रमोशन से सावधान रहें: सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर आने वाले मैसेज, लिंक और वीडियो से सावधान रहें। बिना किसी प्रमाणिकता के किसी प्लेटफॉर्म में निवेश न करें, भले ही वह कितनी ही आकर्षक क्यों न लगे।
  5. संदेहास्पद प्रोफाइल्स से दूर रहें: किसी भी इन्वेस्टमेंट में शामिल होने से पहले हमेशा उस व्यक्ति की जांच करें जो प्लेटफॉर्म को प्रमोट कर रहा है। स्कैम्स में अक्सर फेक प्रोफाइल्स का इस्तेमाल किया जाता है।

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