INTERNET का उपयोग आज के समय में लगभग सभी लोग करते है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसका अविष्कार कैसे हुआ था? यह कैसे काम करता है? इन सभी सवालो का जवाब आज आपको INTERNET FULL FORM IN HINDI की इस पोस्ट में दिया है। तो इंटरनेट से सम्बंधित सभी जानकारियों को प्राप्त करने के लिये इस पोस्ट को पूरा पढ़े।
INTERNET FULL FORM IN HINDI:-
इंटरनेट शब्द मुख्यतया दो शब्दों से मिलकर बना है – INTERCONNECTED NETWORK
यह एक नेटवर्क सिस्टम है जो लाखो सर्वर्स को आपस में जोड़ता है। इंटरनेट के माध्यम से ही आज पूरी दुनिया आपस में जुडी हुई है। इंटरनेट कई वेबसाइट को आपस में जोड़े हुए है।
जिस प्रकार एक मकड़ी केंद्र में रहकर अपने जाल को चारो तरफ फैलती है, ठीक उसी तरह इंटरनेट भी वेबसाइट के जाल को आपस में जोड़े रखता है।
इस इंटरनेट के माध्यम से आज आप कोई भी दस्तावेज घर बैठे ही कही पर भी भेज सकते है।
इंटरनेट का इतिहास:-
इंटरनेट बहुत ही जटिल प्रणाली है तथा कई तकनीक इसमें सम्मिलित रहती है। ऐसे में किसी एक व्यक्ति को इसके अविष्कार का श्रेय देना गलत होगा।
वास्तव में इंटरनेट का निर्माण करने के लिए प्रौद्योगिकी मौजूद होने से बहुत पहले, कई वैज्ञानिकों ने सूचना के विश्वव्यापी नेटवर्क के अस्तित्व की आशंका जताई थी।
निकोला टेस्ला ने 1900 के दशक की शुरुआत में एक “विश्व वायरलेस सिस्टम” के विचार को व्यक्त किया था।
इनमे 1930 और 1940 के दशक में पुस्तकों और मीडिया के मैकेनाइज्ड, खोज योग्य भंडारण प्रणालियों की कल्पना करने वाले पॉल ओलेट और वननेवर बुश जैसे दूरदर्शी विचारक भी प्रमुख थे।
इंटरनेट के लिए पहली व्यावहारिक योजनाएं 1960 के दशक के बाद ही आई थी जब MIT के J.C.R. लिक्लाइडर ने कंप्यूटरों के “अंतरजाल नेटवर्क” के विचार को सबके सामने रखा था।
इसके तुरंत बाद, कंप्यूटर वैज्ञानिकों ने “पैकेट स्विचिंग” की अवधारणा विकसित की, जो इलेक्ट्रॉनिक डेटा को प्रभावी ढंग से प्रसारित करने की एक विधि है। यही विधि बाद में इंटरनेट के प्रमुख बिल्डिंग ब्लॉक्स में से एक बन गया।
इंटरनेट का पहला काम करने वाला प्रोटोटाइप 1960 के दशक के अंत में ARPANET (Advanced Research Projects Agency Network) के द्धारा लाया गया था।
अमेरिकी रक्षा विभाग द्धारा मूल रूप से वित्त पोषित, ARPANET ने एकल कंप्यूटर पर कई कंप्यूटरों को संवाद करने की अनुमति देने के लिए पैकेट स्विचिंग का उपयोग किया।
TCP/IP का अविष्कार:-
1970 के दशक में वैज्ञानिक रॉबर्ट काह्न और विंटन सेर्फ़ ने ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल और इंटरनेट प्रोटोकॉल या टीसीपी / आईपी विकसित किया।
यह एक संचार मॉडल था जो कई नेटवर्क के बीच डाटा को प्रसारित करने के लिये मानक निर्धारित करता है।
ARPANET ने 1 जनवरी, 1983 को TCP / IP को अपनाया और वहाँ से शोधकर्ताओं ने “नेटवर्क ऑफ़ नेटवर्क” को इकट्ठा करना शुरू किया जो आधुनिक इंटरनेट बन गया।
ऑनलाइन दुनिया ने तब 1990 में अधिक पहचानने योग्य रूप ले लिया, जब कंप्यूटर वैज्ञानिक टिम बर्नर्स-ली ने वर्ल्ड वाइड वेब का आविष्कार किया। हालांकि यह अक्सर इंटरनेट के साथ ही भ्रमित होता है।
वेब वास्तव में वेबसाइटों और हाइपरलिंक के रूप में ऑनलाइन डेटा तक पहुँचने का सबसे आम साधन है।
इंटरनेट का उपयोग:-
इसके द्धारा हमें कई मीलो दूर की जानकारी घर बैठे ही मिल जाती है।
नेट के द्धारा कई महत्वपूर्ण डाटा का ट्रांसफर संभव हो पाया है।
इंटरनेट के माध्यम से लोग जॉब भी घर बैठे ही कर पा रहे है।
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REFERENCE:- HISTORY OF INTERNET