HOW TO REDUCE GREEN HOUSE GASES WITH MICROBES

जैसा की आप जानते है कि हम अपने ब्लॉग में हाल ही में हुई महत्चपूर्ण शोधो के बारे में जानकारी देते है। इसी क्रम में आज की इस पोस्ट में हम How to Reduce Green House Gases with Microbes के बारे में जानकारी देंगे। 

How to Reduce Green House Effect with Microbes

HOW TO REDUCE GREENHOUSE GASES WITH MICROBES:-

विकसित X-RAY तकनीक से यह पता चला है कि जीवाणु एंजाइम में मीथेन गैस तो तरल ईधन में बदलने की क्षमता होती है। वैज्ञानिको ने पता लगाया है कि जीवाणु की एक प्रजाति के द्धारा एक ऐसे एंजाइम का उत्पादन होता है जो मीथेन नामक ग्रीनहाउस गैस को तरल मेथेनॉल में परिवर्तित कर देता है। मेथेनॉल एक तरल ईधन होने के साथ-साथ औद्योगिक उत्पादन का मुख्य घटक है।

इस एंजाइम को मीथेनोक्सीजिनेज (sMMO) कहा जाता है।  वैज्ञानिको ने इसका निर्माण कमरे के तापमान पर सभी परिस्तिथियों में कर लिया है। यह विस्तृत संरचनात्मक जानकारी शोधकर्ताओं को मेथनॉल रूपांतरण प्रक्रियाओं के लिए तथा औद्योगिक मीथेन के लिये  कुशल उत्प्रेरक डिजाइन करने में मदद करेगी।

वैज्ञानिको ने यह भी पता लगा लिया है की कैसे एंजाइम की सक्रिय साइट में दो लोहे के परमाणुओं का वातावरण बदलता है। इस चुनौतीपूर्ण रासायनिक प्रतिक्रिया का उत्प्रेरक समर्थन करता है। 

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इस प्रक्रिया में “कार्बन-हाइड्रोजन बॉन्ड को तोड़ने और ऑक्सीजन को सम्मिलित करने से लेकर  एक हाइड्रोकार्बन को शराब में बदलना शामिल है। 

पारंपरिक एक्स-रे विधियों द्वारा ऐसे एंजाइमों का अध्ययन करने पर अक्सर गलत परिणाम मिलते थे जो की शायद विकिरण क्षति के कारण होता था। XFEL तकनीक का उपयोग करके पर यह संभव हो सका है। 

मीथेन (मीथेनोट्रोफ़्स) को मेटाबोलाइज़ करने वाले बैक्टीरिया मिट्टी और जलीय वातावरणों में पाए जाते हैं जिनमें बहुत कम ऑक्सीजन होती है। अवायवीय अवस्था में, बैक्टीरिया कार्बन रिसाइक्लर्स के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 

How to Reduce Green House Gases with Microbes पोस्ट में आनेवाले महत्वपूर्ण शब्दों का अर्थ:-

METHANE:-

मीथेन एक हाइड्रोकार्बन जिसका फार्मूला CH₄ होता है। 

METHENOL:-

मेथनॉल एक प्रकार की शराब है जिसका उपयोग ज्यादातर ईंधन, सॉल्वैंट्स बनाने के लिए किया जाता है। एक बिना रंग वाला, तरल, अस्थिर, ज्वलनशील प्रदार्थ है। इथेनॉल के विपरीत इसका उपयोग मानव के लिए जहरीला है। 

ENZYMES:-

एंजाइम एक प्रकार की प्रोटीन है जो जैविक क्रियाओ में उत्प्रेरक के रूप में काम में आता है। यह उत्प्रेरक रासायनिक प्रतिक्रियाओं को तेज करते हैं। जिन अणुओं पर एंजाइम कार्य कर सकते हैं उन्हें सबस्ट्रेट्स कहा जाता है। एंजाइम सब्सट्रेट्स को विभिन्न अणुओं में परिवर्तित करता है जिन्हें उत्पादों के रूप में जाना जाता है।

BACTERIA:-

बैक्टीरिया छोटे एकल-कोशिका वाले जीव हैं। बैक्टीरिया पृथ्वी पर लगभग हर जगह पाए जाते हैं और ग्रह के पारिस्थितिक तंत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ प्रजातियां तापमान और दबाव की चरम स्थितियों में रह सकती हैं। मानव शरीर बैक्टीरिया से भरा  हुआ है। एक अनुमान के अनुसार मानव शरीर में कोशिकाओं से ज्यादा BECTERIA की सेल्स होती है। 

GREEN HOUSE GAS:-

ऐसी गैस जिसमें पृथ्वी की सतह से उत्सर्जित अवरक्त विकिरण (शुद्ध गर्मी ऊर्जा) को अवशोषित करने और इसे पृथ्वी की सतह पर वापस लाने की क्षमता हो ग्रीनहाउस गैस कहलाती है। इस प्रक्रिया को ग्रीन हाउस इफ़ेक्ट कहते है। कुछ महत्वपूर्ण ग्रीन हाउस गैस –  कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन और जल वाष्प हैं।

X-RAY FREE ELECTRON LESER:-

यह एक प्रकार की X-RAY तकनीक है जिसमे X-RAYS की बजाय फ्री इलेक्ट्रॉन्स का उपयोग किया जाता है। 

How to Reduce Green House Effect with Microbes की यह पोस्ट आपको कैसी लगी हमें कमेंट बॉक्स में बताये तथा इस पोस्ट को अपने फ्रेंड्स और फैमिली के साथ शेयर करे। 

REFERENCE:- JOURNAL OF AMERICAN CHEMICAL SOCIETY

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