NEANDERTHALS HOMO SAPIENS NUBIAN LEVALLOIS TECHNOLOGY | IN HINDI |

आज हम  NEANDERTHALS HOMO-SAPIENS AND NUBIAN LEVALLOIS TECHNOLOGY के बारे में चर्चा करेंगे। मानव जाति के विकास का इतिहास बहुत ही लम्बा और सतत है और यह आज भी जारी है। आज हम इनके बीच में आपसी सम्बन्ध और मानव विकास के बारे में चर्चा करेंगे। 

NEANDERTHALS HOMO SAPIENS NUBIAN LEVALLOIS TECHNOLOGY
NEANDERTHALS CHILD

NEANDERTHALS, HOMO SAPIENS AND NUBIAN LEVALLOIS TECHNOLOGY:-

लम्बे समय तक निजी संग्रह में रखने के बाद, एक 9 वर्षीय निएंडरथल बच्चे के नये विश्लेषण से सबसे दक्षिणवर्ती होमिनिन दाँत का पता चला है। इस खोज से सम्बंधित पुरातात्विक संयोजन के विश्लेषण से पता चलता है कि निएंडरथल ने न्युबियन लेवलोइस तकनीक का इस्तेमाल किया था जिसका उपयोग पहले होमो सेपियन्स के लिए प्रतिबंधित माना जाता था।

ऐसी गुफाओ की उपस्तिथि बहुतायत में है जो पिछली आबादी और उनके व्यवहार का पता लगाने में सहायक है। इनमे से लेवांत मानव उत्पत्ति अनुसंधान के लिए एक प्रमुख केंद्र है। लगभग एक सदी लेवांत में पुरातत्व खुदाई में प्राप्त मानव अवशेष और पत्थरो के उपकरणों की असेंबली का पता चला है इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि निएंडरथल और होमो सेपियंस दोनों साथ ही रहा करते थे। 

पत्थरो के उपकरणों की असेंबली के द्धारा इन दोनों आबादी में अंतर ज्ञात करना मुश्किल है परन्तु विशिष्ट न्युबियन लेवलोइस विधि के द्धारा इस पता लगाया जा सकता गई। यह विशिष्ट न्युबियन लेवलोइस विधि केवल होमो सेपियंस के द्धारा ही काम में ली गई थी। 

साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित एक नये अध्ययन  के अनुसार, मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर द साइंस ऑफ ह्यूमन हिस्ट्री के शोधकर्ताओं ने अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से शुकब गुफा के जीवाश्म और पुरातात्विक रिकॉर्ड की फिर से जांच की है। 

इनकी खोज इशारा करती है कि दक्षिण सीमा के निएंडरथल इस बात की तरफ इशारा करते है कि हमारे विलुप्त रिश्तेदार आधुनिक मानव की तकनीक का उपयोग करते थे। इस खोज से पहली बार मानव दाँत की खोज का विस्तार हुआ है। 

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शुकबाह गुफा और इसका इतिहास:-

ऐसे स्थान कम पाए गये है जहाँ मानव जीवाश्म और पत्थर उपकरण असेंबली एक साथ पाई गई हो। शुकबाह गुफा में पाए गए दोनों मानव जीवाश्म तथा उपकरण मानव उपस्तिथि की और इशारा करते है। शुकबाह गुफा की खुदाई सबसे पहले वर्ष 1928 में डोरोथी गैरोड के द्धारा की गयी थी। इस खुदाई में जानवरों की हड्डियों और मौरस्टेरियन-शैली के पत्थर के औजारों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई थी। यह शैली अक्सर क्रेस्टेड डिपेंडेंट छोटे घरो में केंद्रित थी।

डोरोथी गैरोड को वहाँ एक मोलर दाँत का भी पता लगा था। काफी समय तक एक दाँत को संग्रह में रखा गया। हाल ही की खोज ने लंदन के नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम में उपस्थित दाँत के पुनः अवलोकन से शुकब संग्रह की और इशारा किया है। 

यद्दपि होमो सेपियन्स और निएंडरथल ने पत्थर के उपकरण तकनीकों का काफी उपयोग किया है। हाल ही में नूबियन लेवलोइस तकनीक का के बारे में बताया गया है कि होमो सेपियन्स द्धारा इस तकनीक का विशेष रूप से उपयोग किया गया है। यह तर्क दक्षिण-पश्चिम एशिया के बारे में दिया गया है जहाँ नूबियन लेवलोइस तकनीक का उपयोग मानव जीवाश्म की अनुपस्तिथि में मानव के विस्तार को समझने में की गई है। 

शुकबाह गुफा में पाए गए पत्थर के उपकरण की व्याख्या नूबियन लेवलोइस तकनीक से करने पर यह संकेत पाया गया है कि हमें इस संग्रह पर पुनः विचार किया जाना चाहिए। यह पहली बार है जब पहली बार है जब जीवाश्मों के साथ सीधा संबंध मिला है, जो बताता है कि हम इस तकनीक और होमो सेपियन्स के बीच एक सरल लिंक नहीं बना सकते हैं। होमोनीन से सम्बंधित खोज के लिये दक्षिण-पश्चिम एशिया एक महत्वपूर्ण जगह है। 

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अब तक वैज्ञानिको को अफ्रीका में निएंडरथल की उपस्थिति का कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं मिला है। काहिरा से लगभग 400 किलोमीटर दूर शुकबाह का सबसे पुराना स्थान हमें याद दिलाता है कि वे कभी अफ्रीका में भी फैले हुए थे। 

NEANDERTHALS HOMO SAPIENS NUBIAN LEVALLOIS TECHNOLOGY
STONE TOOLS

लेख से सम्बंधित शब्दों का अर्थ:-

HOMINIS:-

यह एक टोक्सोनॉमिक जाति है जिसमे प्राइमेट्स को रखा जाता है। होमो सेपियन्स भी इसी के अंतर्गत आते है। 

NEANDERTHALS:-

यह पुरातन मनुष्यो का एक समूह है जो कि प्लीस्टोसीन युग के दौरान कम से कम 200,000 साल पहले उभरा था। निएंडरथल यूरोप के अटलांटिक क्षेत्रों से मध्य एशिया के पूर्व में यूरेशिया में बसे हुए थे, जहां से वर्तमान उत्तर बेल्जियम और भूमध्य और दक्षिण-पश्चिम एशिया के रूप में दक्षिण में स्थित है। 

निएंडरथल चूने के पत्थरो की गुफाओ में रहा करते थे जहाँ वे हड्डियों को आसानी से संरक्षित कर लिया करते थे। वे अन्य पुरातन मानव समूह से बेहतर थे। निएंडरथल शब्द का उद्भव जर्मनी की निएंडर घाटी  से हुआ है जहाँ सबसे पहले निएंडर जीवाश्म मिले थे। 

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नूबियन लेवलोइस तकनीक:-

यह पत्थर के उपकरण बनाने की तकनीक है जिसका उपयोग प्राइमेट्स किया करते थे। इसका नाम 19 वीं शताब्दी में पेरिस, फ्रांस के लेवेलोइस-पेरेट उपनगर में मिले चमकते पत्थर के कारण रखा गया था। यह पहले की तकनीक से बेहतर थी जिसमे एक तैयार लिथिक कोर से लिथिक फलैक्स पृथक कर ली जाती थी। 

एक छोर पर प्लेटफार्म होता है तथा दूसरे छोर को हिस्सों को हटाकर लिथिक फ्लैक बनाई जाती थी। इस प्रक्रिया से एक डोम के सामान संरचना बन जाती थी जिससे जिसे टॉर्टोइस कहा जाता था। 

नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम:-

यह एक लंदन का प्राकर्तिक इतिहास संग्राहलय है। यह संग्राहलय प्राकृतिक इतिहास के विभिन्न क्षेत्रों के नमूनों की एक विशाल श्रृंखला को प्रदर्शित करता है। यह दक्षिण केंसिंग्टन के तीन प्रमुख संग्राहलयों में से एक है। अन्य दो का नाम विज्ञान संग्रहालय, विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय हैं। यह संग्रहालय जीवन और पृथ्वी विज्ञान के नमूनों का घर है। वनस्पति विज्ञान, एन्टोमोलॉजी, मिनरलॉजी, पैलिएंटोलॉजी और जूलॉजी से सम्बंधित 80 मिलियन आइटम शामिल हैं इस संग्राहलय में शामिल है। 

इस संग्राहलय का मुख्य आकर्षण चार्ल्स डार्विन के द्धारा एकत्रित किये गए नमूने है। संग्रहालय विशेष रूप से डायनासोर कंकालों और अलंकृत वास्तुकला की अपनी प्रदर्शनी के लिए प्रसिद्ध है।  

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REFERENCE:- SCI TECH DAILY

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