BIRDS CAN USE EARTH’S MAGNETIC FIELD TO NAVIGATE –IN HINDI

BIRDS CAN USE EARTH’S MAGNETIC FIELD TO NAVIGATE IN HINDI हमारा आज का टॉपिक है। एक ताज़ा अनुसंधान में यह पता चला है कि अपने मार्ग से भटक जाने पर पक्षी पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र की सहायता से वापस मार्ग पर आ पते है। 

BIRDS CAN USE EARTH'S MAGNETIC FIELD TO NAVIGATE IN HINDI

BIRDWATCHERS अपने क्षेत्र में किसी दुर्लभ भटके हुए पक्षी को देख कर खुश हो जाते है लेकिन यह पक्षी अगर उड़ने का आदि होता है तो अपने मार्ग को पुनः प्राप्त कर लेता है। इसी प्रकार विस्थापित पक्षी अपनी पूर्व निर्धारित मंज़िल पर पहुँच जाता है। 

REED WARBLER पक्षी के ऊपर किये गये शोध से यह पता चला है कि यह पक्षी पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का प्रयोग करके अपनी मंज़िल तक पहुँच पाता है। 

पृथ्वी के विभिन्न भागों में उनके स्थान के अनुसार एक अलग ‘भू-चुंबकीय हस्ताक्षर’ है। वयस्क पक्षी अपने प्रवास मार्ग से तथा चुम्बकीय हस्ताक्षर से  परीचित होते है। इस पक्षियों को एक छोटे समय के लिए कैद में रखा गया।

कुछ समय बाद कैद से वापस छोड़ने पर यह पक्षी पृथ्वी के मेग्नेटिक सिग्नेचर का उपयोग करके पुनः अपने नियत स्थान पर पहुँच जाते है। 

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भौतिक रूप से कब्ज़े में रहकर तथा अपने क्षेत्र के जैसे प्राकर्तिक आवास देने पर भी इन पक्षियों ने उड़ जाना ही बेहतर समझा। ऐसा इसलिए है क्युकी इनका मैग्नेटिक फील्ड के संकेत इन्हे ऐसा करने को कह रहे है। 

वे खुदको ऐसी दिशा में उड़ने के लिये उन्मुख करते है जो उन्हें उनके नियत स्थान तक ले जा सके। 

REED WARBLERS को उदा देने पर भी ऐसा ही अनुभव होता है जैसे कि पृथ्वी का चुम्बकीय क्षेत्र उनका मार्गदर्शन कर रहा हो। हमारे वर्तमान काम से पता चलता है कि पक्षी यह महसूस करने में सक्षम हैं कि वे चुंबकीय क्षेत्रों की सीमा से परे हैं। 

यह आकर्षक क्षमता पक्षी को अपने सामान्य प्रवास मार्ग की ओर नेविगेट करने में सक्षम बनाती है। 

कीले विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज के डॉ. दमित्री किश्किनेव ने समझाया कि –

यह पक्षी TRUE NEVIGATION हासिल कर सकते है। दूसरे शब्दों में, वे परिचित परिवेश पर निर्भर किए बिना पूरी तरह से अज्ञात स्थान पर विस्थापन के बाद एक ज्ञात लक्ष्य पर लौटने में सक्षम हैं।

इस लक्ष्य की जानकारी वो गंतव्य से निकलने वाले संकेत, बाहरी यात्रा के दौरान एकत्रित की गयी जानकारी से करते है। 

लेकिन आगे शोध की बात यह है कि क्या यह पक्षी वाकई MAP का उपयोग करते है या किसी विशेष नियम का।

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महत्वपूर्ण शब्दों का अर्थ:-

पृथ्वी का चुम्बकीय क्षेत्र:-

पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र, जिसे भू-चुंबकीय क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है, वह चुंबकीय क्षेत्र है जो पृथ्वी के आंतरिक भाग से बाहर अंतरिक्ष में फैलता है। पृथ्वी के बाहरी कोर में पिघले हुए लोहे और निकल के मिश्रण की संवहन धाराओं की गति के कारण विधुत धाराओं द्धारा चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है

 संवहन धाराएँ कोर से निकलने वाली गर्मी से उत्पन्न होती हैं। इस प्राकृतिक प्रक्रिया को GEODYNAMO कहा जाता है। 

REED WARBLER एक पक्षी:-

यह पूरे यूरोप में समशीतोष्ण पश्चिमी पुरापाषाण में प्रजनन करता है। यह सर्दियों के मौसम में अफ्रीका के उप-सहारा में प्रवास करता है।     

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REFERENCE:- CURRANT BIOLOGY

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