New Turtle Fossil in Madagascar | In Hindi |

हेलो दोस्तों, सिविल सर्विसेज हब में आपका स्वागत है। उत्तर-पश्चिमी मेडागास्कर में मेवरानो फॉर्मेशन ने पिछले तीन दशकों के दौरान असाधारण जीवाश्मों की एक श्रृंखला प्रदान की है। ये जीवाश्म नवीनतम क्रेटेशियस (माईरिचिसटियन) के दौरान द्वीपीय पारिस्थितिकी प्रणालियों के विकास में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। आज हम अपने New Turtle Fossil in Madagascar लेख में पूरे ढाँचे के अनुसार पेलोमेड्यूसाइड कछुए के नए जीनस और प्रजाति सहोनचेइल मेलकवाव के बारे में अध्ययन करेंगे। तो पूरी जानकारी के लिये लेख को पूरा पढ़े। 

New Turtle Fossil in Madagascar:-

New Turtle Fossil in Madagascar

मेडागास्कर विशिष्ट रूप से संरक्षित जीवाश्म जिनमे पक्षी, डायनासोर, मगरमच्छ और स्तनधारियों शामिल है, के लिए जाना जाता है। इस नए कछुए की खोपड़ी चपटी है। इसका निचला जबड़ा पतला तथा जीभ की हड्डियों (हाइओड्स) बढ़ी हुई प्रतीत होती है। इससे इसकी आकृति एक मेंढक के समान दिखाई देती है। इसकी यह संरचना इस बात की और इशारा करती है कि यह खाने के लिये सक्शन-फीडिंग का उपयोग करता था। 

सक्शन फीडिंग में जीव अपने शिकार को देखकर अपने मुँह को खोलते है और शिकार को हवा के दबाव से अपने मुँह में खीच लेते है। नए कछुए के सिर के कंकाल में कई संशोधन हैं जो बताते हैं कि यह सक्शन फीडिंग के लिए अच्छी तरह से अनुकूल था। इसकी खोपड़ी चपटी थी लेकिन चौड़ी थी। इसके जबड़े मजबूती से आगे की और झुके हुए है। यह संरचना मिलकर सक्शन फीडिंग के लिये उत्तम संरचना बनाते है। 

इसकी जीभ की हड्डियों बहुत विकसित थी जो पीछे से मजबूत माँसपेशियों से जुडी थी। शिकार को खींचते समय यह मासपेशियां ग्रासनली को खोल देती है जिससे सक्शन को और मजबूती मिलती है। 

आधुनिक कछुओं से इसकी तुलना:-

New Turtle Fossil in Madagascar

आधुनिक कछुओं में दाँतो की कमी है। इनके जबड़े भी आपस में चिपके हुए है। आज की स्थिति यह दर्शाती है कि कछुए ने अपने भोजन को बदलकर अपने मुँह का उपयोग केवल शिकार को निगलने के लिये किया। वैज्ञानिको ने इस बाद का अनुमान लगाया है कि कछुआ छोटे जीव जैसे -कीटों के लार्वा, मछली और टेडपोल का शिकार किया करते थे। 

इसलिए इस प्रजाति का नाम साहोनचेइल्स मेलकवाव (Sahonachelys mailakavava) रखा गया है जिसका अर्थ होता है  “त्वरित-मुंह वाले मेंढक कछुए” । इसका नाम  मालागासी और ग्रीक शब्दों के उपयोग से बनाया गया है। 

कछुए के जीवाश्म अक्सर खोल या खोपड़ी ही पाए जाते है। कई जीवाश्मों में दोनों में से केवल एक ही चीज़ पायी जाती है। पूरे जीव की जीवाश्म के रूप में उपस्थिति उस जीव को बारीकी से समझने में मदद करता है। इसकी मदद से अन्य कछुओं के कंकाल की तुलना भी इससे की जा सकती है। 

ऐसी तुलनाओं के आधार पर वैज्ञानिको ने कछुए का एक पारिवारिक अनुक्रम तैयार किया है। इससे यह पता लगा है कि सहोनचेइलस मेलकवावा, पॉडोकैनिडिड कछुओं की शुरुआती प्रजाति थी। ये आज मेडागास्कर और दक्षिण अमेरिका के मूल निवासी हैं जबकि पुरातन कल में ये सभी जगह फैले थे। 

New Turtle Fossil in Madagascar

मेडागास्कर के पुरापाषाण काल ​​के जीवों को उन जानवरों के लिए जाना जाता है जो बहुत विशिष्ट हैं। यह विशिष्टता इनमे महाद्वीपो से सबसे अलग होने के कारन पायी जाती थी। हमारे कछुए से पता चलता है कि मेडागास्कर के जीव लेट क्रेटेशियस में पहले से ही अद्वितीय थे। साहोनचेइल्स मेलकवाव अपने समूह का एकमात्र प्रतिनिधि है जिसने सक्शन-फीडिंग विकसित की थी।

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Reference: “A new pelomedusoid turtle, Sahonachelys mailakavava, from the Late Cretaceous of Madagascar provides evidence for convergent evolution of specialized suction feeding among pleurodires” by Walter G. Joyce, Yann Rollot, Serjoscha W. Evers, Tyler R. Lyson, Lydia J. Rahantarisoa and David W. Krause, 5 May 2021, Royal Society Open Science.
DOI: 10.1098/rsos.210098

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